nvlm247 news

news and current affairs

Blog

वैलेंटाइन डे का इतिहास, और हम क्यों मनाते हैं WHY WAS SAINT VALENTINE KILLED ?

WHY WAS SAINT VALENTINE KILLED ?

 14 फरवरी साल 270 ए डी के आस पास रोम में एम्पेरर क्लाउडियस दी सेकंड ने एक सेंट को एग्ज़िक्यूट करवातें हुए उसका सर धड़ से अलग करवा दिया।

उस सीन का नाम था सेंट वैलेंटाइन,  थर्ड सेंचुरी के इसी रोमन सेंट की याद में आज वेस्टर्न क्रिस्टियानिटी और पूरी दुनिया में 14 फरवरी को फ्लावर्स कैंडी, रोमांस और लव के दिन यानी वैलेंटाइन डे के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है। लेकिन दोस्तों, जैसा कि हमने बताया कि सेंट वैलेंटाइन को रोम में एग्ज़िक्यटिव करवा दिया गया था और इसलिए आप समझ सकते हैं कि एक्सप्रेशन ऑफ़ लव के इस दिन का ओरिजिन दरअसल बिलकुल भी रोमेंटिक नहीं है।

 आखिर कौन थे ये सेंट वैलेंटाइन? उन्हें क्यों एग्ज़िक्यूट करवाया गया और क्या कारण है कि उनकी याद में आज ये दिन, दुनिया भर में सेलिब्रेट किया जाता है?

वास् सेंट वैलेंटाइन दोस्तों पॉसिबल है की सेंट वैलेंटाइन जिनसे ये वैलेंटाइन डे इंस्पायर हुआ। दरअसल दो अलग आदमी थे। कैथोलिक एनसाईक्लोपीडिया के रिकॉर्ड्स की माने तो इस नाम से तीन सीन्स थे जिनकी डेथ सेम डे यानी 14 फरवरी को हुई। पहले सीट एक रोमन टेम्पल में ब्रीच थे और दूसरे आज के इटली के बिषप। इन दोनों को ही रोम के बाहर वे ऑफ़्लमीनिया में दफनाया गया था ।

औरतीसरे सेंट थे रोम के अफ्रीकन प्रोविंस के, जिनके बारे में कोई भी इन्फॉर्मेशन अवेलेबल नहीं है। पहले और दूसरे सेन्स के कई लेजेंड्स फेमस हुए क्योंकि दोनों ही सेन्स की कहानियों में इतनी सिमिलरिटीज़ थी तो इसीलिए माना जाता है कि दोनों सेंट्स दरअसल एक ही आदमी हो सकते हैं।

इनके अलावा भी रोमन कैथोलिक चर्च के रिकॉर्ड्स में कई सेंट्स थे जिनका नाम वैलेंटाइन था। ऐसा इसलिए भी क्योंकि दूसरी और 8वी सेंचुरीज़ के बीच ये नाम काफी कामन और प्रसिद्ध था। इन सबसे डिफ्रेंशीएट करने के लिए हम सेंट वैलेंटाइन को सेंट वैलेंटाइन ऑफ़ रोम के नाम से भी जानते हैं। 

आइए जानते हैं इस सीन की फेमस लेजेंड्स के बारे में।

मोस्ट कामन लेजेंड।

दोस्तों सबसे कामन लेजेंड की माने तो सेंट वैलेंटाइन रोमन एम्पायर में एक प्रिस्ट या इटली के तेरनी में एक बिशप थे। एक बार वो एक जॅज एस्टीरियस के पास हॉउस अरेस्ट में थे। वैलेंटाइन और एस्टीरियस के बीच जासूस को लेकर डिस्कॅशन चल रहा था। 

ऐसा बताया जाता है कि वैलेंटाइन को टेस्ट करने के लिए जज वैलेंटाइन को अपनी ब्लाइंड डॉटर के पास लेकर गए और ये कहा कि अगर वैलेंटाइन उसकी बेटी की साइट रिस्टोर कर पाएं।तो वो कुछ भी करने के लिए तैयार है। वैलेंटाइन ने उसकी बेटी की आँखों पर हाथ रखा और उसकी आइ साइट को रिस्टोर कर दिया। 

आपको बता दें कि ये वो दौर था जब क्रिस्टियानिटी एक नया रिलिजन था जो कुछ 250 सालों पहले ही अस्तित्व में आया था। इसलिए क्रिस्टियानिटी अभी तक यूरोप में डोमिनेंट रिलिजन नहीं बना था रोमन रिलिजन था। जिसमें आइडल वॉरशिप एक कामन प्रैक्टिस थी

 चुकी वैलेंटाइन एक क्रिस्टिन प्रीस्ट थे और क्रिस्टियानिटी में मूर्ति पूजा प्रोहिबिटेड है। इसलिए वैलेंटाइन ने शर्त रखी कि जॅज एस्टीरियस अपने घर से सभी मूर्तियों को हटा दे और क्रिस्टियानिटी को अडॉप्ट कर ले। शर्त के मुताबिक ऐसा ही हुआ और जज ने मूर्तियों को हटाकर 3 दिन तक फास्ट किया और वो बेप्टाइज होकर क्रिस्टियानिटी में कॉनवर्ट हो गए।

ध्यान देने वाली बात ये भी है कि उस समय रोम में क्रिस्टीन्स को परसेक्यूट भी किया जाता था क्योंकि वह माइनोरिटी में थे और इसीलिए वैलेंटाइन ने एक और शर्त रखी। इस शर्त के चलते वैलेंटाइन ने जज से उनके अंडर पर्सिक्यूट होने वाले सभी क्रिस्टीन्स को रिलीज़ करवाया।

लेकिन जब उस समय के रोमन एम्पेरर क्लाउडियस दी सेकंड को इसका पता चला तो वैलेंटाइन को उनके पास भेजा गया। खैर, क्लाउडियस खुद भी सेंट को पसंद करने लगे पर चीजें तब खराब हो गई जब वैलेंटाइन ने एम्पेरर को क्रिस्टिनिटी एम्ब्रेस करने के लिए कहा। लेकिन इस पर नाराज होकर एम्पेरर ने उनको या तो अपना फेत छोड़ने के लिए कहा या फिर मौत को स्वीकार करने के लिए।

सेंट ने मौत स्वीकार की और सेंट वैलेंटाइन को 14 फरवरी 270 ए डी में डंडों से पीटकर मरवा दिया गया और अंत में बेहेड भी करवा दिया गया। दोस्तों सेंट वैलेंटाइन से रिलेटेड एक और लेजेंड भी है जो काफी प्रसिद्ध है।

आइए देखते हैं अनादर लेजेंड

इस लेजेंड के हिसाब से, क्लाउडियस दी क्रूरल यानी क्लाउडियस दी सेकंड के रेन में रोम में कई अनपॉपुलर और ब्लडी कैंपेन हो रहे थे। इनमे क्रिस्टीन्स का प्रॉसिक्यूशन भी चल रहा था। एम्पेरर को एक स्ट्रांग आर्मी मेंटेन करनी थी, लेकिन उसकी मिलिट्री लीग के लिए सोल्जर्स नहीं मिल रहे थे। एम्पोर क्लाउडियस का मानना था की मेन अपनी वाइफ और फैम्ली से अटैचमेंट के चलते आर्मी जॉइन करने से डर रहे हैं। इस प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए क्लाउडियस ने सभी मैरिजस और इंगेजमेंट्स को बैन कर दिया।  इन जस्टिस को देखते हुए सेंट वैलेंटाइन ने सीक्रेट में क्रिस्टिन वेड्डिंग करवाना शुरू कर दिया, जिससे उनको आर्मी में जाने से छूट मिल सके। ऊपर से उस समय क्रिस्टीन्स की मदद करना एक क्राइम भी था।

 जब ये किस्सा क्लाउडियस को पता चला तो उसने वैलेंटाइन को क्लब से मरवाया और बी हेड करवा दिया। इस लेजेंड में ये भी बताया जाता है कि जेल में रहते वक्त सेंट वैलेंटाइन ने जेलर की बेटी से फ्रेन्ड्शिप की और मरने के जस्ट पहले उसको एक लेटर लिखा जिसके अंत में लिखा था फ्रम युअर वैलेंटाइन।

जी हाँ दोस्तों ये वही प्रचलित फ्रिज है जो आज वैलेंटाइन डे के दिन यूज़ किया जाता है। दोस्तों ये तो थी कहानी सेंट वैलेंटाइन की जो की एक ब्लड शेड की कहानी नजर आती है। पर ये दिन लव और रोमांस के लिए कैसे सेलिब्रेट किया जाने लगा चलिए देखते हैं 

 कुछ का मानना है कि वैलेंटाइन्स डे का सेलेब्रेशन डायन की डेथ एनिवर्सरी को याद करने के लिए मनाया जाता है। लेकिन कुछ लोगों का ये भी मानना है कि क्रिस्टिन चर्च ने वैलेंटाइन्स डे को एक नॉन क्रिस्चन फेस्टिवल को क्रिस्टिनैज़ करने के लिए बनाया था। लुपकेलिया दरअसल रोमंस का एक फेस्टिवल था जिसमें ऐग्रिकल्चर के गॉड की पूजा की जाती थी। ऐसा माना जाता था कि गॉड ऑफ़ एग्रीकल्चरल वीमेन को फर्टिलिटी से ब्लेस करते थे।

फेस्टिवल के एंड में मेन और वीमेन का मैच होता था और जो आगे चलकर मैरिज में कॉनवर्ट होती थी। लेकिन 4196 ए डी में पॉप गलेशियस ने इस फेस्टिवल को खत्म करने के मकसद से 14 फरवरी को सेंट वैलेंटाइन डे डिक्लेर किया। लेकिन दोस्तों इस समय तक भी ये दिन लव से एसोसिएट नहीं किया जाता था। मिडिल एजेस में फ्रांस और इंग्लैंड में फरवरी 14 को बर्ड्स के मीटिंग सीज़न का बिगिनिंग माना जाता था।

कहते हैं कि यहाँ से इस डेट में रोमांस का आईडिया ऐड हुआ। इसके बाद एक इंग्लिश पोएट जेफरी चौसा पहले ऐसे इंसान थे जिन्होंने 1375 की उनकी एक पोर्म पार्लियामेंट ऑफ़ फाउल्स में 14 फरवरी को रोमांटिक डे सेलिब्रेशन मनाया।

LEAVE A RESPONSE

Your email address will not be published. Required fields are marked *